दोस्तों हिंदी उर्दू शायरी के इस Post की Topic हैं "पत्थर Shayari" . इसमें आप पढ़ सकते हैं पत्थर शायरी 2 लाइन, पत्थर शायरी in Urdu, पत्थर Status, पत्थर शायरी Hindi, पत्थर शायरी 4 लाइन, पर बनी बेजोड़ शानदार शायरी को, मित्रो आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आप सभी शायरी के चाहने वालो को बेहद पसंद आएगी.
आईये दिल को छू लेने वाली शायरी के पत्थर शायरी 2 लाइन कलेक्शन को पढ़ते हैं. और आज बात करते हैं इस पोस्ट में पत्थर की क्युकी आज के वक़्त में इंसान इंसान ना रहा पत्थर दिल हो गया मोहब्बत की राह में इंसान का दिल कब पत्थर सा हो जाए कहा नहीं जा सकता आज उसी पत्थर दिल की बात करते हैं. तो आईये पढ़ते हैं आज के पत्थर शायरी in Hindi Urdu के इस पोस्ट को. और शेयर करते यहीं अपने दोस्तों को.
71+ पत्थर शायरी 2 लाइन - पत्थर Status
◼ 1
दिल मे कुछ अरमान थे
मगर बेदर्द इंसान थे
अपना गुजारा कैसे होता
कांच का दिल था पत्थर के मकान थे.
◼ 2
पत्थर सा दिल कहाँ से लाऊ,
कंक्रीट की बस्ती में निभ पाऊं.
◼ 3
तराशने वाले पत्थरों को भी
तराश देते है,
नासमझ हीरे को भी
पत्थर क़रार देते है.
पत्थर क़रार देते है.
Trashne Vale Patthro Ko Bhi
Trash Dete Hain,
Trash Dete Hain,
Nasamjh Heere Ko Bhi
Patthar Karar Dete Hain.
Patthar Karar Dete Hain.
◼ 4
गर पत्थर है तू तो मुझे ,
पत्थर कबूल है
तेरे सदके मै अपनी,
सारी इबादते कर दू.
सारी इबादते कर दू.
◼ 5
पत्थर से प्यार किया नादान थे हम
गलती हुई क्यों की इंसान थे हम,
आज जिन्हे नज़रे मिलाने में तकलीफ होती है.
कभी उसी शख्स की जान थे हम.
पत्थर शायरी Hindi
◼ 6
अपनी नाराज़गी
पत्थर सी नहीं,
बर्फ सी रखिएगा
जो कुछ देर में ही पिघल जाए.
◼ 7
बेहतर से बेहतर कि तलाश करो
मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो,
टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से,
टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो.
◼ 8
कोई पत्थर की मूरत है,
किसी पत्थर में मूरत है,
लो हमने देख ली दुनिया,
जो इतनी खुबसूरत है.
जो इतनी खुबसूरत है.
जमाना अपनी समझे पर,
मुझे अपनी खबर यह है.
मुझे अपनी खबर यह है.
तुझे मेरी जरुरत है,
मुझे तेरी जरुरत है.
मुझे तेरी जरुरत है.
Koi patthar ki murat hain,
kisi patthr main murat hain,
kisi patthr main murat hain,
Lo humne dekh lee duniya,
jo itni khubsurat hain.
jo itni khubsurat hain.
Zamana apni samjhe par,
mujhe apni khabr yah hain,
mujhe apni khabr yah hain,
Tujhe meri jarurat hain.
mujhe teri jarurat hain..
mujhe teri jarurat hain..
◼ 9
अब कहा जरुरत है
हाथों मे पत्थर उठाने की,
तोडने वाले तो जुबान से ही
दिल तोड देते.
दिल तोड देते.
Ab Kaha Jarurat Hai
Hantho Me Patthar Uthane Ki,
Hantho Me Patthar Uthane Ki,
Todane Wale To
Jubaan Se Hi Dil Tod Dete Hai.
पत्थर शायरी in Urdu
◼ 10
इस अजनबी शहर में
पत्थर कहां से आया है?
लोगों की भीड़ में कोई
अपना ज़रूर है.
अपना ज़रूर है.
Is Ajanabi Shahar Me
Patthar Kaha Se Aaya Hai?
Patthar Kaha Se Aaya Hai?
Logo Ki Bheed Me
Apana Jarur Hai.
Apana Jarur Hai.
◼ 11
तेरे शहर के कारीगर बङे
अजीब हैं ए दिल,
अजीब हैं ए दिल,
काँच की मरम्मत करते हैं
पत्थर के औजारों से.
Tere Shahar Ke Karigar Bade
Ajeeb Hai E Dil,
Ajeeb Hai E Dil,
Kanch Ki Marammat Karate Hai
Patthar Ke Auzaaron Se.
◼ 12
वाकई पत्थर दिल ही
होते हैं शायर,
वर्ना अपनी आह पर
वाह सुनना कोई मज़ाक नहीं.
वाह सुनना कोई मज़ाक नहीं.
Wakayi Patthar Dil Hi
Hote Hai Shayar,
Hote Hai Shayar,
Warna Apani Aah Par
Waah Sunanaa Koi Mazak Nahi.
Waah Sunanaa Koi Mazak Nahi.
◼ 12
लोग कहते हैं कि
मेरा दिल पत्थर का है,
लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे,
जो इसे भी तोड़ गए.
Log Kahate Hai Ki
Mera Dil Patthar Ka Hai,
Lekin Kuchh Log Yese Bhi The,
Jo Ise Bhi Tod Gaye.
◼ 13
पत्थरों से ना किसी पे वार कर,
हो सके तो तू सभी से प्यार कर.
◼ 14
खता ए इश्क़ नही देखता
महबूब पत्थर है या कोहिनूर है,
गर इश्क़-इश्क़ है तो
हर हाल में मंजूर है.
हर हाल में मंजूर है.
Khata-E-Ishk Nahi Dekhta
Mahabub Patthar Hai Ya Kohinur Hai,
Gar Ishk=Ishk Hai To,
Har Haal Me Manjur Hai.
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◼ 15
जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा,
इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से ख़रीदा है?
Jara Sa Bhi Nahi Pighalata Dil Tera,
Itana Kimati Patthar Kanha Se Kharida Hai?
◼ 16
चुप हैं किसी सब्र से तो
पत्थर न समझ हमें,
दिल पे असर हुआ है
तेरी हर एक बात का.
तेरी हर एक बात का.
◼ 17
पत्थर तो बहुत मारे थे
लोगो ने मुझे,
लेकिन जो दिल पर आ के लगा
वो किसी अपने ने मारा.
वो किसी अपने ने मारा.
Patthar To Bahut Maare The
Logo Ne Mujhe,
Logo Ne Mujhe,
Lekin Jo Dil Par Aa Ke Laga
Wo Kisi Apane Ne Maara Tha.
Wo Kisi Apane Ne Maara Tha.
◼ 18
देखो यु रूठा ना करो,
मेरा दिल दुखता हैं,
मेरा दिल दुखता हैं,
मेरा दिल भी दिल हैं,
कोई पत्थर तो नहीं.
Dekho Yu Rutha Naa Karo,
Mera Dil Bhi Dukhata Hain,
Mera Dil Bhi Dukhata Hain,
Mera Dil Bhi Dil Hain,
Koi Patthar To Nahi.
Koi Patthar To Nahi.
◼ 19
शायद कोई तराश कर
मेरी किस्मत संवार दे,
मेरी किस्मत संवार दे,
यह सोच कर हम उम्र भर
पत्थर बने रहे.
◼ 20
कोई मुझे भी पत्थर सा
दिल ला दो यारों,
आखिर मुझे भी इंसानो की
बस्ती में ही जीना है.
बस्ती में ही जीना है.
◼ 21
हमारा दिल ऐसे टुटा है,
जैसे किसी ने मार दिया हो शीशे पे पत्थर,
फिर भी, लिखा है, हर टुकड़े पे
आपके नाम का अक्षर.
Hamara Dil aiese tuta hai,
Jaise kise ne mar deya ho shishe pe pathar,
Fir bhi, likha hai, har tukde pe
aapke naam ka akshar.
◼ 22
कभी पत्थर कहा गया
तो कभी शीशा कहा गया,
दिल जैसी एक चीज़ को
क्या-क्या कहा गया.
क्या-क्या कहा गया.
Kabhi Patthar Kaha Gaya
Toh Kabhi Sheesha Kaha Gaya,
Toh Kabhi Sheesha Kaha Gaya,
Dil Jaisi Ek Cheej Ko
Kya Kya Kaha Gaya.
Kya Kya Kaha Gaya.
◼ 23
पत्थर-की-दुनिया
जज़्बात नहीं समझती,
दिल-में-क्या है वो
बात नहीं समझती.
बात नहीं समझती.
तनहा तो चाँद भी है
सितारों के बीच में,
सितारों के बीच में,
पर चाँद का दर्द वो
रात नहीं समझती.
पत्थर शायरी in Urdu
◼ 24
वह पत्थर भी मारे तो
झोली भर लेँगे,
महबूब के तोहफे को,
कभी ठूकराया नहीँ करते.
कभी ठूकराया नहीँ करते.
◼ 25
फिर यूँ हुआ कि दर्द की
लज़्ज़त भी छिन गयी,
लज़्ज़त भी छिन गयी,
एक शख़्स ने मुझे मोम से
पत्थर बना दिया.
◼ 26
दर्द-ए-दिल पिघलेगें पत्थर भी
मोहब्बत की तपिश पाकर,
बस यही सोचकर हम
पत्थर से दिल लगा बैठे.
पत्थर से दिल लगा बैठे.
◼ 27
ऐ ख़ुदा रेत के सहरा को
समंदर कर दे,
या छलकती हुई आँखों को भी
पत्थर कर दे.
E Khuda Ret Ke Sahara Ko
समंदर कर दे,
या छलकती हुई आँखों को भी
पत्थर कर दे.
E Khuda Ret Ke Sahara Ko
Samndar Kar De,
Ya Chhalakati Huyi Ankhon Ko Bhi
Patthar Kar De.
पत्थर शायरी Hindi
◼ 28
मैं शीशा हूं तू पत्थर है
तू मेरा अहले मुकद्दर है,
मैं जीयूंगा या मर जाउंगा
ये फ़ैसला तेरे ऊपर है.
ये फ़ैसला तेरे ऊपर है.
◼ 29
दिखाई कम दिया करते हैं,
बुनियाद के पत्थर,
ज़मीं में जो दब गये,
इमारत उन्हीं पे क़ायम है.
इमारत उन्हीं पे क़ायम है.
पत्थर शायरी 4 लाइन
◼ 30
मैं आईना हूँ
टूटना मेरी फितरत है,
टूटना मेरी फितरत है,
इसलिए पत्थरों से मुझे
कोई गिला नहीं.
कोई गिला नहीं.
Mai Aayina Hun
Tutana Meri Fitarat Hain.
Tutana Meri Fitarat Hain.
Isliye Pattharon Se Mujhe
Koi Geela Nahi.
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◼ 31
पागल हो जाने का भी
गजब फायदा है साहब,
गजब फायदा है साहब,
लोग पत्थर तो उठाते है
मगर उँगली नही.
Pagal Ho Jane Ka Bhi
Gazab Fayada Hain Sahab,
Gazab Fayada Hain Sahab,
Log Patthar To Uthate Hain,
Magar Ungaliyan Nahi.
Magar Ungaliyan Nahi.
◼ 32
हटाये थे जो राह से दोस्तों की
वो पत्थर मेरे घर में आने लगे हैं.
◼ 33
कभी पत्थर के ख़ुदा, कभी पत्थर के इंसान
तो कभी पत्थर के सनम मिले,
बे-मंज़िल ज़िन्दगी के हर मोड़ पर
नाम बदल बदल के ग़म मिले.
◼ 34
अब वफ़ा का नाम न ले कोई
हमें बेवफ़ा की तलाश है,
हमें बेवफ़ा की तलाश है,
पत्थर का दिल सीने में हो
हमें उस खुदा की तलाश है.
◼ 35
ना उसने मुड़ कर देखा
ना हमने पलट कर आवाज दी,
ना हमने पलट कर आवाज दी,
अजीब सा वक्त था
जिसने दोनो को पत्थर बना दिया.
◼ 36
दिल है तो धड़कने का
बहाना कोई ढूँढ़े,
बहाना कोई ढूँढ़े,
पत्थर की तरह
बेहिस-ओ-बेजान सा क्यूँ है.
◼ 37
मोहब्बत करने वालो को
दीवाना कह दिया,
दीवाना कह दिया,
प्यार मे जलने वालो को
परवाना कह दिया,
परवाना कह दिया,
दफना दिया मोहब्बत को
पत्थरो के नीचे,
लोगो ने उसे मुमताज का
आशियाना कह दिया.
आशियाना कह दिया.
◼ 38
बदलती रहती हैं हकीकतों की
बारिश वक्त के साथ,
बारिश वक्त के साथ,
काश उम्मीदों के घरौंदे
समझ के पत्थरों से बनातें.
◼ 39
मुझ में नही खुदा में भी फर्क है,
एक रास्ते पे रखा है एक महंगे पत्थरो में दर्ज है.
◼ 40
हमने हमारे इश्क़ का,
इज़हार यूँ किया,
फूलों से तेरा नाम, पत्थरों पे
लिख दिया.
Hamane Hamare Ishk Ka
Izahaar Yun Kiya,
Phoolo Se Tera Naam Pattharo Pe
Likh Diya
◼ 41
मेरा गाँव भी तिरे शहर जैंसा हो गया है,
यहाँ भी हर आदमी पत्थर जैंसा हो गया है.
Mera Ganv Bhi Tire Shahar Jaisa Ho Gaya Hai,
Yaha Bhi Har Aadami Patthar Ho Gaya.
पत्थर Status
◼ 42
जो गूजरे शहर से तेरे तो ख्याल आया,
कभी हमने भी पत्थरो से मोहब्बत की थी.
Jo Guzare Shahar Se Tere To Khyal Aaya,
Kabhi Hamane Bhi Pattharo Se Mohabbat Ki Thi.
◼ 43
ज़माना चाहता है क्यों,
मेरी फ़ितरत बदल देना,
मेरी फ़ितरत बदल देना,
इसे क्यों ज़िद है
आख़िर,फूल को पत्थर बनाने की.
Zamaana Chahata Hai Kyu,
Meri Fitarat Badal Dena,
Meri Fitarat Badal Dena,
Ise Kyu Zid Hain Aakhir,
Phool Ko Patthar Banaane Ki.
Phool Ko Patthar Banaane Ki.
◼ 44
अब वफ़ा का नाम न ले कोई
हमें बेवफ़ा की तलाश है,
हमें उस खुदा की तलाश है.
Ab Wafa Ka Naam Naa Le Koi
Hame Bewafa Ki Talash Hai,
Patthar Ka Dil Seene Me Ho
Hame Us Khuda Ki Talaash Hai.
◼ 45
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना.
हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता हैं.
◼ 47
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◼ 71
तुम तो हुनरमंद थे,
तराशा क्यों नहीं मुझे
◼ 46
रेत पर नाम लिखते नही रेत पर लिखे नाम
कभी टिकते नही
लोग कहते हैं पत्थर दिल है
हम लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नही.
◼ 47
इतनी चाहत के बाद भी
तुझे एहसास ना हुआ,
तुझे एहसास ना हुआ,
जरा देख तो ले दिल की जगह
पत्थर तो नहीं
पत्थर तो नहीं
Itni Chaahat Ke Baad Bhi
Tujhe Ehsaas Na Hua,
Tujhe Ehsaas Na Hua,
Jara Dekh Toh Le Dil Ki Jagah,
Patthar Toh Nahi.
Patthar Toh Nahi.
◼ 48
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योकि इंसान थे हम.
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं,
कभी उसी शख्स की जान थे हम.
◼ 49
हमारी मोहब्बत को तुम
युं नजर अंदाज ना करो,
हम तो वो इंसान है जो
पत्थरों में भी जान डाल देते है.
तुम तो चीज ही क्या हो?
◼ 50
कभी नज़रअंदाज़ मत करो उसको
जो तुम्हारी बहुत परवाह करता हो,
वरना किसी दिन तुम्हे एहसास होगा.
कि पत्थर जमा करते करते
तुमने हीरा गवां दिया.
◼ 51
रस्मे उल्फत को निभाने की ज़रुरत क्या है,
यह तो पत्थर है मानाने की ज़रुरत क्या है,
साथ में भीड़ लगाने की ज़रुरत क्या है,
हो यकीन खुद पे ज़माने की ज़रुरत क्या है.
हो यकीन खुद पे ज़माने की ज़रुरत क्या है.
◼ 52
उदासी का ये पत्थर
आँसुओं से नम नहीं होता,
हजारों जुगनुओं से भी
अँधेरा कम नहीं होता.
अँधेरा कम नहीं होता.
बिछड़ते वक़्त कोई
बदगुमानी दिल में आ जाती,
बदगुमानी दिल में आ जाती,
उसे भी ग़म नहीं होता
मुझे भी ग़म नहीं होता.
◼ 53
जख्म पा कर सिर झुका देता हूँ ,
जाने कौन पत्थर ख़ुदा बन जाये.
◼ 54
पत्थरों से ना किसी पे वार कर,
हो सके तो तू सभी से प्यार कर.
◼ 55
ऐ खुदा लोग बनाये थे पत्थर के अगर,
मेरे एहसास को शीशे का न बनाया होता.
Aye Khuda Log Banaye The Patthar Ke Agar,
Mere Ehsaas Ko Sheeshe Ka Na Banaya Hota.
◼ 56
जिन पत्थरों को कभी हमने
दी थी धड़कने,
आज उनको जुबां मिली तो
हम पर बरस पड़े.
हम पर बरस पड़े.
◼ 57
गर लफ्ज़ों में कर सकते बयान
इंतेहा-ए-दर्द-ए-दिल,
इंतेहा-ए-दर्द-ए-दिल,
लाख तेरा दिल पत्थर का सही,
कब का मोम कर देते.
Gar Lafzo Me Baya Kar Sakate Bayan
Intha-E-Dard-E-Dil,
Intha-E-Dard-E-Dil,
Lakh Tera Dil Patthar Ka Sahi,
Kab Ka Mom Kar Dete.
पत्थर शायरी 4 लाइन
◼ 58
हथेली पर रख कर नसीब तू
क्यों अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है,
क्यों अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है,
सीख उस समन्दर से जो
टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है.
◼ 59
हाथों में पत्थर नहीं,
फिर भी चोट देती है,
ये जुबान भी अजीब है,
अच्छे-अच्छों के तोड देती है.
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◼ 60
कितना गम जदा रहा हूँ तेरी जुदाई में सनम,
मेरे हालात देख कर पत्थर भी पिघल जाते.
◼ 61
दिल आने की बात है यारो
अपने बस की बात कहां,
अपने बस की बात कहां,
प्यार अगर हो पत्थर से
फिर हीरे की औकात कहाँ?
◼ 62
तुम्हारा दिल मेरे दिल के
बराबर हो नहीं सकता,
बराबर हो नहीं सकता,
वो शीशा हो नहीं सकता
ये पत्थर हो नहीं सकता.
Tumhara Dil Mere Dil Ke
Barabar Ho Nahi Sakta,
Barabar Ho Nahi Sakta,
Woh Sheesha Ho Nahi Sakta
Yeh Patthar Ho Nahi Sakta.
पत्थर शायरी in Urdu
◼ 63
दर्द ओ गम से हमेशा के लिए,
पीछा छुड़ा लिया,
पीछा छुड़ा लिया,
बार बार टूट जाता था दिल,
पत्थर का बना लिया.
◼ 64
दर्द भी वो दर्द जो दवा बन जाये,
मुश्किलें बढ़ें तो आसां बन जाये,
मुश्किलें बढ़ें तो आसां बन जाये,
जख्म पा कर सिर झुका देता हूँ,
जाने कौन पत्थर ख़ुदा बन जाये.
◼ 65
लोग कहते थे मेरा दिल
पत्थर का है,
यकीन मानिये कुछ लोग
उसे भी तोड़ गए.
◼ 66
हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं
उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में
बशीर बद्र
Har Dhakate Patthar Ko Log Dil Samjhate Hain,
Umren Beet Jati Hain Dil Ko Dil Banane Me.
◼ 67
अगर वो पत्थर दिल हैं तो
मै भी छैनी-हथौड़ा लेके बैठी हूँ,
दिल में जगह तो बना के रहूंगी.
◼ 68
कभी पसंद न आये साथ मेरा तो बता देना
हम दिल पर पत्थर रख के तुम्हे गोली मार देंगे,
बड़े आये, नापसंद करने वाले .
◼ 69
जब दुशमन पत्थर मारे तो उसका जवाब फूल से दो
लेकिन वो फूल उसकी कब्र पर दो.
◼ 70
हमारे पूर्वज पत्थरो से आग लगाते थे,
और पड़ोसन नई पटियाला सूट पहनकर
◼ 71
मुझ पर मरने वाले हज़ारो हैं पर❓
मै जिस पत्थर दिल पे मरता हूँ,
वह लाखों में एक है.
◼ 72
पत्थर हूँ मैं...चलो मान लिया,तुम तो हुनरमंद थे,
तराशा क्यों नहीं मुझे
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