भगवान महावीर स्वामी के 25 अनमोल उपदेश
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था. महावीर स्वामी अहिंसा प्रतीक थे. उनका सम्पूर्ण जीवन तपस्या में व्यतीत हुआ उन्हें कई नामो से जाना जाता था जैसे महावीर, 'वर्धमान', वीर', 'अतिवीर' और 'सन्मति'...
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Bhagwan Mahavir 25 Quotes In Hindi |
महावीर स्वामी जी जब तीस वर्ष की आयु के हुए तो उन्होंने अपने घर को त्याग दिया. और धर्म के मार्ग पर निकल पड़े. और उन्होंने एक लँगोटी तक का परिग्रह नहीं रखा.. उन्होंने हमेशा लोगो को सत्य अहिंसा का पाठ पढाया क्युकी उस समय हिंसा, पशुबलि, जात-पात का भेद-भाव काफी बढ़ गया, तीर्थंकर महावीर स्वामी ने अहिंसा को सबसे उच्चतम नैतिक गुण बताया.
महावीर स्वामी जी जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए जिसमे अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य था. और उन्होंने अपने उपदेशो (प्रवचनों ) के द्वारा हमेशा इस दुनिया को सत्य की राह दिखाई और सत्य के मार्ग पर चलने की बात सिखाई... ज्यादा जानने के लिए Yaha क्लिक करे..
आईये आज पढ़ते हैं महावीर स्वामी जी द्वारा दिए गए कुछ अनमोल उपदेशो को और उन उपदेशो से अपने जीवन में बदलाव लाते हैं.
भगवान महावीर स्वामी के 25 अनमोल उपदेश
आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है,
असली शत्रु आपके भीतर रहते हैं, वो शत्रु हैं क्रोध,
घमंड, लालच, आसक्ति और नफरत..
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Apki Atma Se Pare Koi Bhi Shatru Nahi Hai, Ashli Shatru Apke Bhetar Rahte Hai Vo Shatru Hai Krodh, Ghamnd ,Lalach, Astit Aur Nafrat.... |
भगवान् का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है,
हर कोई सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर के देवत्त्व प्राप्त कर सकता है..
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भगवान महावीर स्वामी के अनमोल उपदेश Bhagwan Ka Alg Se Koi Astitva Nahi Hai, Har Koi Sahi Disha Me Sarvocch Pryas Kar Ke Devatva Kar Sakta Hai.. |
सभी मनुष्य अपने स्वयं के दोष की वजह से दुखी होते हैं,
और वे खुद अपनी गलती सुधार कर सुखी हो सकते हैं..
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भगवान महावीर स्वामी के ढेरो अनमोल उपदेश Sabhi Manusya Apne Svam Ke Dosh Ki Vajh Se Dukhi Hote Hain, Aur Ve Khud Apni Galti Sudhar Kar Shukhi Ho Sakte Hain.. |
किसी के अस्तित्व को मत मिटाओ.
शांतिपूर्वक जियो और दूसरों को भी जीने दो..
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Kisi Ke Astitva Ko Mat Mitao , Shanti Purvak Jiyo Aur Dusron Ko Bhi Jine Do... |
शांति और आत्म-नियंत्रण अहिंसा है.. |
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Shanti Aur Atma - Niyantran Ahinsha Hai..... |
सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान अहिंसा है. |
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Sabhi Jivit Praniyon Ke Prati Samman Ahinsha Hai.. |
सुखी जीवन जीने के लिए दो बातें हमेशा याद रखें :-
(1) अपनी मृत्यु
(2) भगवान
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Lord Mahavira Quotes In Hindi Shuki Jivan Jene Ke Liye Do Bate Hamesha Yad Rakhe : (1) Apni Martyu (2) Bhagwan |
हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है.. |
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Har Ek Jivit Prani Ke Prati Daya Rakho, Ghrana Se Vinash Hota Hai.. |
स्वयं से लड़ो , बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना ?
वह जो स्वयम पर विजय कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी..
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Svam Se Lado Bhari Dushman Se Kya Ladna, Wah Jo Svam Par Vijay Kar Lega Use Anand Ki Prapti Hogi... |
खुद पर विजय प्राप्त करना, लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है. |
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भगवान महावीर स्वामी के अनमोल उपदेश Lakhon Shatruo Par Vijay Pane Se Bhetar Hai.... |
दुख को जो दुख न माने,पर पीड़ा में सदय न हो,
सब कुछ दो पर प्रभु किसी को,
जग में ऐसा हृदय न दो..
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Dukh Ko Jo Dukh Na Mane Par Peda Me Sday Na Ho, Sab Kuch Do Par Prabhu Kisi Ko Jag Me, Yesa Harday Na Do... |
आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है,
न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है..
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Atma Akele Aati Hai Akeli Chali Jati Hai, Na Koi Uska Sath Deta Hai Na Koi Uska Mitra Banta Hai.. |
हर जीवित प्राणी के प्रति दयाभाव ही अहिंसा है.
घृणा से मनुष्य का विनाश होता है.
सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान अहिंसा है...
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Har Jivit Prani Ke Prati Dyabhav Ki Ahinsha Hai, Gharna Se Manusya Ka Vinash Hota Hai Sabhi Jivit Praniyon Ke Prati Samman Ahinsha Hai.... |
सभी मनुष्य अपने स्वयं के दोष की वजह से दुखी होते हैं, और वे खुद अपनी गलती सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं.. |
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Sabhi Manushy Apne Svam Ke Dos Ki Vajha Se Dukhi Hote Hai, Aur Ve Khud Apni Galti Sudhar Kar Prashnn Ho Shakte Hai... |
अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है..
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Ahinsha Sabse Bada Dhram Hai.. |
प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है,
आनंद बाहर से नहीं आता..
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Prtyek Aatma Svam Me Sarvgya Anandmay Hai., Anand Bahar Se Nahi Aata..... |
किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती अपने असल रूप को ना पहचानना है ,
और यह केवल आत्म ज्ञान प्राप्त कर के ठीक की जा सकती है..
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Kisi Aatma Ki Sabse Badi Galti Apne Asal Rup Ko Na Phachanna Hai, Aur Yah Keval Aatm Gyan Prapt Kar Ke Ke Thi Ki Ja Shakti Hai.... |
भगवान महावीर स्वामी के ढेरो अनमोल उपदेश
एक व्यक्ति जलते हुए जंगल के मध्य में एक ऊँचे वृक्ष पर बैठा है,
वह सभी जीवित प्राणियों को मरते हुए देखता है.
लेकिन वह यह नहीं समझता की जल्द ही उसका भी यही हश्र होने वाला है,
वह आदमी मूर्ख है..
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Ek Vykit Jalte Huy Jangal Ke Madhya Me Ek Unche Vraksha Par Betha Hai, Wah Sabhi Jivit Praniyon Ko Marte Huye Dhekta Hai, Lakin Wah Yah Nahi Samjhta Ki Jald Hi Uska Bhi Yahi Hasra Hone Vala Hai, Wah Admi Murkh Hai... |
किसी के अस्तित्व को मत मिटाओ, शांतिपूर्वक जिओ और दुसरो को भी जीने दो. |
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Kisi Ke Astitva Ko Mat Mitao, Shantipurvak Jio Aur Dusro Ko Bhi Jene Do... |
Lord Mahavira Quotes In Hindi
प्रत्येक जीव स्वतंत्र है,
कोई किसी और पर निर्भर नहीं करता..
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Prtyek Jiv Svatantra Hai, Koi Kisi Aur Par Nirbhar Nahi Karta...... |
आपात स्थिति में मन को डगमगाना नहीं चाहिये.. |
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Aapat Sithti Me Man Ko Dagmgana Nahi Chahiye.... |
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