स्वराज के महानायक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक
बाल गंगाधर तिलक जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना बहुत बड़ा बलिदान दिया और वो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के जनक भी थे.
जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता की नींव रखने में सहायता की. वो बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. और साथ ही साथ भारतीय इतिहास, हिन्दू धर्म, संस्कृत, गणित और खगोल विज्ञानं जैसे विषयों के विद्वान भी थे.
जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता की नींव रखने में सहायता की. वो बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. और साथ ही साथ भारतीय इतिहास, हिन्दू धर्म, संस्कृत, गणित और खगोल विज्ञानं जैसे विषयों के विद्वान भी थे.
तो दोस्तों आईये पढ़ते बहुमुखी प्रतिभा के धनी बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचारो को.
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Bal Gangadhar Tilak Best 15 Quotes in Hindi
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1 | स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा । |
2 | प्रगति स्वतंत्रता में निहित है. स्वशासन के बिना न औद्योगिक प्रगति संभव है, और न ही शैक्षिक योजना … राष्ट्र के लिए उपयोगी होगी… भारत की आजादी के लिए प्रयास करना सामाजिक सुधारों से ज्यादा महत्वपूर्ण है। |
3 | ये सच है कि बारिश की कमी के कारण अकाल पड़ता है लेकिन ये भी सच है कि भारत के लोगों में इस बुराई से लड़ने की शक्ति नहीं है। |
4 | महान उपलब्धियाँ कभी भी आसानी से नहीं मिलतीं और आसानी से मिली उपलब्धियाँ महान नहीं होतीं। |
5 | एक अच्छे अखबार के शब्द अपने आप बोल देते हैं। |
आधुनिक भारत के निर्माता बाल गंगाधर तिलक के 15 सुविचार
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6 | आपका लक्ष्य किसी जादू से नहीं पूरा होगा बल्कि आपको ही अपना लक्ष्य प्राप्त करना पड़ेगा. कमजोर ना बनें, शक्तिशाली बनें और यह विश्वास रखें की भगवान हमेशा आपके साथ है। |
7 | अगर आप रुके और हर भौंकने वाले कुत्ते पर पत्थर फेंकेंगे तो आप कभी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचेंगे. बेहतर होगा कि हाथ में बिस्कुट रखें और आगे बढ़ते जायें। |
8 | मानव स्वभाव ही ऐसा है कि हम बिना उत्सवों के नहीं रह सकते. उत्सव प्रिय होना मानव स्वभाव है. हमारे त्यौहार होने ही चाहियें। |
9 | एक बहुत पुरानी कहावत है की भगवान उन्ही की सहायता करता है, जो अपनी सहायता स्वयं करते हैं। |
10 | यदि हम किसी भी देश के इतिहास को अतीत में जाएं , तो हम अंत में मिथकों और परम्पराओं के काल में पहुंच जाते हैं जो आखिरकार अभेद्य अन्धकार में खो जाता है। |
15 Powerful Quotes By Lokmanya Tilak
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11 | भारत का तब तक खून बहाया जा रहा है जब तक की बस कंकाल ना शेष रह जाये। |
12 | जीवन एक ताश के खेल की तरह है, सही पत्तों का चयन हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन हमारी सफलता निर्धारित करने वाले पत्ते खेलना हाथ में है। |
13 | ईश्वर की यही इच्छा हो सकती है कि मैं जिस उद्देश्य का प्रतिनिधित्व करता हूँ वो मेरे आजादी में रहने से ज्यादा मेरी पीड़ा में अधिक समृद्धि हो। |
14 | भारत की गरीबी पूरी तरह से वर्तमान शासन की वजह से है। |
15 | धर्म और व्यावहारिक जीवन अलग नहीं हैं। सन्यास लेना जीवन का परित्याग करना नहीं है। असली भावना सिर्फ अपने लिए काम करने की बजाये देश को अपना परिवार बना मिलजुल कर काम करना है। इसके बाद का कदम मानवता की सेवा करना है और अगला कदम ईश्वर की सेवा करना है। |