दोस्तों फेसबुक शायरी के इस Post की Topic "Jhuth Shayari" हैं. इसमें आप पढ़ सकते हैं झूठ शायरी 2 लाइन, झूठ शायरी in Urdu, Jhuth Status, झूठ शायरी 4 लाइन, पर बनी बेजोड़ शानदार झूठ शायरी को, मित्रो आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आप सभी शायरी के चाहने वालो को बेहद पसंद आएगी.
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Juth Shayari |
75+ झूठ शायरी 2 लाइन - Jhuth Status
◼ 1 मत करना फिर से कभी, ये झूठा प्यार का वादा।
आज ही हमने मांगी हैं दुआ, तुझे भूल जाने की।।
Mat Karna Fir Se Kabhi, Ye Jhutha Pyar Ka Waada..
Aaj Hi Hamne Mangi Hain Duva ,
Tujhe Bhul Jane Ki..
◼ 2
कितने झूठे हो गये है हम
बच्चपन में अपनों से भी रोज रुठते थे।
आज दुश्मनों से भी मुस्करा के मिलते है।।
◼ 3
काग़ज़ी कश्ती का रिश्ता ख़ूब है "आलोक" से।
झूठे जितने भी थे वादे आप के अच्छे लगे।।
आलोक यादव
◼ 4
झूठ, लालच और फरेब से परे है।
खुदा का शुक्र है, आइने आज भी खरे है।।
◼ 5
झूठी सारी बातें,धोखा हर तक़सीम।
गांव से शहर तक,कड़वे सारे नीम।।
Jhuthi Sari Baate, Dhokha Har Taksim,
Ganv Se Shahar Tak, Kadawe Saare Neem.
◼ 6
इक़रार -ऐ-मुहब्बत ऐहदे-ऐ.वफ़ा सब झूठी सच्ची बातें हैं "इक़बाल"।
हर शख्स खुदी की मस्ती में बस अपने खातिर जीता है।।
7
होश में थे तो हुए हवाले, तेरी हसीन यादों के।
इन दिनों चूर हूँ नशे में, तेरे उन झूठे वादों के।।
8
ऐ दिल चल छोड अब ये पहरे।
ये दुनिया है झूठी यहाँ लोग हैं लुटेरे।।
9
झूठ से, सच से जिससे भी यारी रख़ें।
आप अपनी तकरीर जारी रख़ें।।
राहत इंदौरी
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◼ 10
मोहब्बत की झूठी ये कहानी पे रोये।
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये।।
◼ 11
लिखुंगी फिर से तुम्हारी झुठी मोहब्बत की सच्ची सी तारीफ़े।
जरा ये बेमौसम आँखो की बरसात थोड़ी थम जाने दो।।
झूठ शायरी
◼ 12
कहीं गुम सी हो गयी है वो आदत मेरी।
पूरी झूठी सी हो गयी है ये मुस्कान मेरी।।
◼ 13
तुम अगर, सच हो, मैं भी झूठ नहीं।
अक्स मैं, मेरा आइना तुम हो।।
◼ 14
मैं झूठ नहीं कहता,
सात जनम साथ निभाउंगा।
तुझे इतना प्यार करता हूँ पगली, ए
क जनम में कैसे दिखा पाउँगा।।
झूठ शायरी in Urdu
◼ 15
ये झूठ है की मुहब्बत किसी का दिल तोड़ती है।
लोग खुद ही टूट जाते है मुहब्बत करते करते।।
◼ 16
खारिज कर दी यारो सब दिल की सब अरजी।
इश्क के दावे भी झूठे इश्क की फिक्र भी फर्जी।।
◼ 17
मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूँ।
इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है।।
सचिन शालिनी
◼ 18
चलो सो जाते हैं फिर से किसी सच की तलाश में।
कि सुबह फिर इसी झूठी दुनिया का दीदार करना है।।
◼ 19
खफा होने से पहले कोई वजह तो बताते जाते।
वजह नहीं तो ना सही झूठा कोई इल्जाम ही लगाते जाते।।
◼ 20
यदि आप एक बड़ा झूठ बोलते हैं,
और उसे अक्सर बोलते हैं तो।
उस पर यकीन कर लिया जायेगा।।
Yadi Aap Ek Bada Jhuth Bolte Hai,,.
Aur Use Akshar Bolte Hai To
Us Par Yakinan Kar Liya Jayega.
झूठ शायरी 4 लाइन,
◼ 21
दिल हमेशा आपका कर्जदार रहेगा।
सच्ची मोहब्बत ना सही झूठी मोहब्बत तो की।।
◼ 22
झूठ कहते हैं लोग कि,
शराब ग़मों को हल्का कर देती है।
मैंने अक्सर देखा है लोगों को
नशे में रोते हुए।।
Jhuth Kahate Hai Log Ki,
Sharab Gamo Ko Halka Kar Deti Hai
Maine Aksar Dekha Hain Logo Ko
Nashe Me Rote Huye.
◼ 23
झूट कहने लगा सच से बचने लगा।
हौसले मिट गए तजरबा रह गया।।
हिलाल फ़रीद
◼ 24
कितनी झूठी होती हैं मोहब्बत की कसमें।
बिछड के देखो वो भी जिंदा है और मैं भी।।
◼ 25
आजमाना है अगर, मेरे एतबार को।
तो एक झूठ तुम बोलो, फिर मेरा यकीन देखो।।
◼ 26
अच्छा सुनो साल का पहला झूठ।
तुम मुझे बिलकुल याद नहीं आते।।
◼ 27
झूठ हैं कि प्यार के रिश्ते जनम जनम के लिए जुड़े होते हैं।
मैंने तो एक जनम के साथ के लिए दिल को तड़पते देखा हैं।।
◼ 27
सच्च बोल के मोहबत करना हमारी आदत है।
झूठी कोई नफरत भी करे तो,, हम कबूल नही करते।।
◼ 29
वो झूट बोल रहा था बड़े सलीक़े से।
मैं ए'तिबार न करता तो और क्या करता।।
वसीम बरेलवी
◼ 30
तेरी कसमों से ले तेरी वादों तक हर झूठ को हम सच बनाते रहे।
हम पागल थे तेरे प्यार में जो तन्हा ही वफा निभाते रहे।।
◼ 31
life में एक सच्चे इंसान को।
एक झूठे इंसान से अक्सर ज्यादा सफाई देनी पड़ती है।।
◼ 32
मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने मैसेज तेरे।
तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी।।
Muskura Deta Hun Aksar Dekhakar Purane Message Tere,
Tu Jhuth Bhi Kitani Sachchayi Se Likhati Thi.
◼ 33
यंकी का कोई अलग से खुदा नही होता।
झूठ के लिए रियायते भी लड़ जाती है।।
झूठ शायरी
◼ 34
खातिर से या लिहाज़ से, मैं मान तो गयी।
झूठी कसम से तेरा ईमान तो गया।।
◼ 35
कुछ मीठा सा नशा था उसकी झूठी बातों मे।
वो वक्त गुज़ारता गया और हम आदी होते गये।।
◼ 36
बेशक तू बदल ले अपनी मौहब्बत लेकिन, ये याद रखना।
तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता।।
Beshak Tu Badal Le Apni Mohabbat Lakin Ye Yad Rakhna
Tere Har Jhuth Ko Sach Mere Siva Koee Nahi Samjh Sakta
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◼ 37
मैं सच कहूँगी मगर फिर भी हार जाऊँगी।
वो झूट बोलेगा और ला-जवाब कर देगा।।
परवीन शाकिर
◼ 38
अब शिकायतेँ तुम से
नहीँ खुद से है।
माना के सारे झूठ तेरे थे.
लेकिन उन पर यकीन तो मेरा था।।
Ab Shikayate Tum Se Nahi
Khud Se Hain,
Maana Ke Saare Jhuth Tere The,
Un Par Yakin To Mera Tha.
झूठ शायरी 2 लाइन
◼ 39
सुनाई गयी मेरी ही कहानी हर जगह।
यार मैं इश्क़ इतना भी झूठा नही।।
◼ 40
झूट वाले कहीं से कहीं बढ़ गए।
और मैं था कि सच बोलता रह गया।।
वसीम बरेलवी
झूठ शायरी in Urdu
◼ 41
जरा सा झूठ ही लिख दो कि तुम बिन दिल नहीं लगता।
हमारा दिल बहल जाए तो तुम फिर से मुकर जाना।।
◼ 42
तेरे झूठे वादे का मैं कब तक सबर करूं।
ये आंखें तो बन्द कर लूं पर दिल का क्या करूं।।
◼ 43
जो कहते हैं कि इश्क़ दिल का मामला है,वो।
झूठ बोलते हैं, इश्क़ तो आवाज़ का मालमा है।।
◼ 44
झूट के आगे पीछे दरिया चलते हैं।
सच बोला तो प्यासा मारा जाएगा ।।
सीम बरेलवी
◼ 45
झूटा है झूट बात ये बोलेगा आईना
आओ हमारे सामने हम सच बताएँगे
जुनैद अख़्तर
◼ 46
हम समझदार भी इतने हैं कि
उनका झूठ पकङ लेते हैं।
और उनके दीवाने भी इतने हैं
फिर भी यकीन कर लेते हैं।।
◼ 47
बेहिसाब झूठ कहा तो खुदा मान बैठे।
जरा सा सच बोल दिया बुरा मान बैठे।।
◼ 48
सुना था कसम झूठी हो तो लोग मर जाते हैं।
ना जाने कौन सी कसम निभा रहा है।
वो के अब तक ज़िंदा हूँ मैं।।
◼ 49
गिरते हुए आँसुओं को कौन देखता है।
झूठी मुस्कान के दीवाने हैं सब यहाँ।।
◼ 50
क्यों दे उसे इलजाम बेवफाई का दोस्तों।
वो शख्स सच्चा था बस झूठी मोहब्बत थीं।।
◼ 51
सादिक़ हूँ अपने क़ौल का 'ग़ालिब' ख़ुदा गवाह।
कहता हूँ सच कि झूट की आदत नहीं मुझे।।
मिर्ज़ा ग़ालिब
◼ 52
जा के घर झूटों न पूछी बात तक।
बस तिरी झूटी मोहब्बत देख ली।।
रिन्द लखनवी
◼ 53
लड़के दिल के शरीफ और मासूम होते है।
इतना झूठ काफी है या और बोलूं।।
◼ 54
कूछ झूठ दिल को सुकून देते हैं।
और कुछ सच सूकून बर्बाद कर देते हैं।।
◼ 55
मत गिरा अपने झूठे इश्क के आंसू मेरे जनाज़े पर।
अगर तुझमे वफ़ा होती तो हम ज़िन्दगी से बेवफा न होते।।
75+ झूठ शायरी 2 लाइन - Jhuth Status
◼ 56
सच सच कहो इश्क़ है ना।
ग़र झूठ भी कहो तो भी।
इश्क़ तो है ना इश्क़ है ना।।
◼ 57
सब कुछ झूठ है लेकिन फिर भी बिलकुल सच्चा लगता है।
जानबूझकर धोखा खाना कितना अच्छा लगता है।।
◼ 58
सच को भी झूट झूट को सच कर दिखाओगे।
बस इक अमीर-ए-शहर से याराना चाहिए।।
वक़ार फ़ातमी
◼ 59
झूट बोला है तो क़ायम भी रहो उस पर 'ज़फ़र'।
आदमी को साहब-ए-किरदार होना चाहिए।।
ज़फ़र इक़बाल
झूठ शायरी
◼ 60
ज़िन्दगी की जरूरतें समझिए वक्त कम है फरमाइश लम्बी हैं।
झूठ-सच, जीत-हार की बातें छोड़िये दास्तान बहुत लम्बी है।।
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◼ 61
देख मज़ाक ना उड़ा
गरीब का इज़हार-ए-मोहब्बत के नाम पर।
सच बोल झूठ कहा था न के
तुमसे प्यार करती हूँ।।
◼ 62
एक होते है झूठे फिर आते है महाझूठे
उसके बाद आते है।
जो भर पेट खाना खा कर कहते हैं कि
बाबू तुमने खाना नहीं खाया तो मैं भी नहीं खाऊंगा।।
◼ 63
नज़र आती नहीं मुफ़्लिस की आँखों में तो ख़ुशहाली।
कहाँ तुम रात-दिन झूठे उन्हें सपने दिखाते हो।।
◼ 64
सीख रहा हूँ मैं भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर।
कड़वे सच ने हमसे, ना जाने, कितने अज़ीज़ छीन लिए।।
◼ 65
झूट पर उस के भरोसा कर लिया।
धूप इतनी थी कि साया कर लिया।।
शारिक़ कैफ़ी
झूठ शायरी 4 लाइन,
◼ 66
मुददों बाद जब उनसे मुलाकात हुई
मैंने कहा कुछ झूठ ही बोल दो।
और वो हंसके बोली तुम बहुत याद आते हो।।
◼ 67
कितना गुस्सा आता है।
जब कोई झूठ बोले और सच हमे पता हो।।
झूठ बोल कर अगर रिश्ते निभाना आता मुझे।
तो सच बोल कर उसे तोड़ नही लेता।।
◼ 67
वो झूठ मूठ की तुम'से, मेरी लड़ाइयाँ एक तरफ़।
वो रहकर तुम'से दूर, मेरी बेक़रारियाँ एक तरफ़।।
◼ 69
लो कर ली मोहब्बत एक बार फिर तन्हाइयों से।
झूठ कहते है लोग की मोहब्बत दुबारा नहीं होती।।
◼ 70
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से।
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।।
◼ 71
अब मुझे तेरा शहर जाना ,अच्छा नही लगता,
तुम से मिलना बात करना ,अच्छा नही लगता।
कब तक तेरी सूरत की झूठी तारिफ करता रहूँ,
सिर्फ तुम्हे ही चाँद से खूबसूरत कहूँ, अच्छा नही लगता।।
◼ 72
तुम मेरे साथ हो ये सच तो नहीं है लेकिन।
मैं अगर झूठ ना बोलूँ तो अकेला हो जाँऊ?
◼ 73
इन्सान जब दिल के हाथों मजबूर होता है।
तो झूठे प्यार पर भी बड़ा गूरूर होता है।।
Insaan Jab Dil Ke Hatho Majbur Hota Hai
To Jhuthe Pyaar Par Bhi Bada Gurur Hota Hai.
◼ 74
मुझसे झूठ की उम्मीद।
ना करना साहिब।।
◼ 75
जिन्हें गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते हैं।
मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है।।
◼ 76
चंद साँसें बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो,
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो।
ज़िन्दगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो,
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।।
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