Type Here to Get Search Results !

Kailash Kher Biography in Hindi - कैलाश खेर जीवन परिचय

Kailash Kher Biography in Hindi - कैलाश खेर जीवन परिचय के इस आर्टिकल में पढ़ते हैं कैलाश खेर की जीवनी को और उनके संघर्ष के बारे में. 
Kailash-Kher-Biography-in-Hindi

प्रारंभिक जीवन:
म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी अलग आ‌वाज की वजह से पहचाने जाने वाले कैलाश खेर का जन्म 7  जुलाई 1973 को उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले में एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ. उनके पिता जी का नाम पंडित मेहर सिंह खेर था जो की एक पुजारी थे.



गायकी की लगन छोड़ा घर:
 Kailash Kher को बचपन से ही संगीत का सौख रहा और अपनी लाइफ में एक सफल गायक बनना चाहते थे. जिसके कारण महज 13 वर्ष की आयु में ही अपनी गायकी के हुनर को सीखने के लिए  अपने घर वालो से बगावत कर के  दिल्ली भाग आये. 

पास में पैसे ना होने के कारण छोटा-मोटा काम करने लगे और साथ ही  शास्त्रीय संगीत की शिक्षा भी लेनी आरम्भ कर दी. साथ ही विदेशी सैलानियों को संगीत की शिक्षा दे कर पैसे भी कमा लेते थे.     अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई दिल्ली से ही.

बुरा वक्त:
कैलाश खेर के जीवन में सबसे बुरा वक्त तब आया जब अपने एक दोस्त के साथ मिलकर 1999 में एक्सपोर्ट के  बिजनेस की शुरुआत की दिल्ली के अंदर.

खुदखुशी की कोशिश:
इस एक्सपोर्ट के  बिजनेस में उन्हें पूरी तरह से घाटा लग गया और उनकी  सारी  जमा-पूंजी बर्बाद हो गयी इस व्यापार में. कुछ न बचा उनके पास और इस कारण पूरी तरह से टूट गए और इस घाटे के कारण ज़िन्दगी से तंग आकर खुदखुशी करने के बारे में सोचने लगे.

 सिंगापुर और थाइलैंड की रवाना:
लेकिन किसी तरह से अपने आप को संभाला इस घाटे से और दिल्ली से वो  सिंगापुर और थाइलैंड चले गए. पैसे को कमाने ताकि जीवन को बदल सके. लेकिन वह भी कामयाबी नहीं मिली और यहाँ 6 महीने रह कर वापस भारत आ गए और ऋषिकेश चले आये .  

ऋषिकेश में रहते हुए एक ही बात दिमाग में उनके घूमती रहती थी की मैं बॉलीवुड में ही किस्मत आजमा नहीं सकता क्युकी दोस्तों का कहना था की की उनकी आवाज़ फिल्मो लायक नहीं हैं. इस कारण और उदास से रहने लगे. 

Kailash Kher ऋषिकेश में रहते हुए अपने सूफी अंदाज़ में  गाते रहे और उनका गाना सुनकर साधू-संत झूम उठते थे और यही से उनका मनोबल बढ़ने लगा जो खो सा गया था. और सोचने लगे कुछ तो हैं मेरी आवाज़ में जिसे यहाँ के लोग पसंद करते हैं

कैलाश खेर मायानगरी मुंबई  में :
फिर इसी सोच के साथ एक दिन अपनी किस्मत आजमाने के लिए मुंबई आ गए लेकिन यहाँ किसी को नहीं जानते थे. लेकिन इतना मन में विश्वास था की मायानगरी मुंबई कभी किसी को निराश नहीं होने देती बस वह मेहनत करने से पीछे ना हटे.


मुंबई आने के बाद स्वभाव से जिद्दी और जुनूनी कैलाश खेर ने अपने काम की खातिर किसी भी संगीतकार से नहीं मिले और ना ही किसी से काम मांगने के लिए गए. क्युकी उनका सपना बॉलीवुड में गाना गाने का नहीं था बस चाहते थे अपना खुद का एक म्यूजिकल  ऐल्बम बनाना और इसी लिए वो किसी से काम मांगने नहीं गए.

गरीबी में दिन:
कैलाश खेर का मायानगरी में काफी बुरा हाल रहा गरीबी से लगातार जूझ रहे यहाँ तक की उनके पास सही एक चप्पल तक नहीं थी घर की जगह एक चाल में रह कर अपना गुज़र बसर करते थे. और अपनी टूटी चप्पल ही पहन कर स्टूडियो के चक्कर लगाते रहते थे की कोई उनकी आवाज़ सुन ले और एक ऐल्बम बनाने का मौका उन्हें दे दे.

और उसी बीच उन्हें एक ऐड के लिए बुलाया गया और उन्हें  राम संपत ने  5000 रुपये दिए एक ऐड में आवाज़ देने के लिए इस पैसे को पाकर थोड़ा बहुत साहस मिला उन्हें.

पहला गाना बॉलीवुड के लिए:
इसी तरह लगातार मायानगरी मुंबई में संघर्ष करते रहे रहे कई सालों तक और फिर उन्हें 2003 में  आयी बॉलीवुड फिल्म अंदाज में गाने का मौका मिला.  Kailash Kher ने इस फिल्म में 'रब्बा इश्क ना होवे' गाने को अपनी आवाज दी. और इसी फिल्म से उन्हें फ़िल्मी दुनिया में लोग जानने लगे 

लेकिन असली पहचान तो उन्हें 2003 में ही आयी फिल्म वैसा भी होता है हैं के गाने "ल्ला के बंदे हम" से मिली और इसी गाने के साथ उनकी किसमत ने करवट बदली और सितारों की तरह चमकने लगे. और यह गाना तो आज भी लोगो की जुबान पर थिरकता हैं.




स्वभाव से जिद्दी और जुनूनी कभी ना हार मानाने वाले कैलाश खेर  ने वो कर दिखाया जिसे लोग नामुनकिन कहते थे.


आईये जानते हैं एक झलक में कैलाश खेर के जीवन परिचय और इस अंदाज़ में 


@= स्वभाव से बेहद जिद्दी और जुनूनी रहे Kailash Kher 

@= भारतीय लोक संगीत से प्रभावित रहे 

@= असली गायकी की प्रेरणा पाकिस्तानी सूफी गायक नुसरत फ़तेह अली खान से  मिली.


@= अब तक 18 भाषाओं में उन्होंने गाने को गया और अपनी आवाज़ दी.

@= बॉलीवुड में 300 से ज्यादा  गाने को गाए.

@= "अल्ला के बंदे हम" से ही उन्हें असली पहचान मिली और  मशहूर गायकों में उनकी गिनती हुयी

@= उनके द्वारा गाये गए कई गानों में उनकी जिंदगी का अनुभव और दर्द नज़र आता हैं. 

@= अब तक उन्हें गानों के लिए  ढेरो अवार्ड मिल चुके।

@= 2009 में लेखिका शीतल से Kailash Kher ने शादी की और उन्हें बेटा  भी हुआ जिसका नाम  कबीर है.


दोस्तों Kailash Kher Biography in Hindi - कैलाश खेर जीवन परिचय अगर पसंद आया हो तो इसे शेयर करना ना भूले व्हटसअप और फेसबुक पर.

इन्हे भी पढ़े:

Top Post Ad