Famous 45 Quotes By Subhas Chandra Bose In Hindi
भारत की स्वतंत्रा के लिए अनेको देश भक्तो ने अपने अपने तरीको से गुलामी की जंजीरों में बंधी माँ भारती को आज़ाद करने के लिए अंग्रेजो के खिलाफ आन्दोलन किया और इस आज़ादी में में माँ भारती के कई लाल शहीद भी हुए. इसी आज़ादी की जंग में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने भी आगे बढ़ कर आज़ादी के लिए जंग लड़ी, इंडियन नेशनल आर्मी (आजाद हिंद फौज) की..महान क्रान्तिकारियो में सुभाष चंद्र बोस का नाम लिया जाता हैं इनका भी विशेष योगदान था आज़ादी में,
महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म उड़ीसा के कटक में 23 जनवरी 1897 को एक संपन्न बंगाली परिवार में हुआ. नेता जी के पिता का नाम जानकीनाथ था और माता का नाम प्रभावती देवी था. इनके पिता जी कटक शहर के एक जानेमाने वकील थे. शुरुवात में जानकीनाथ जी सरकारी वकील के रूप में थे लेकिन उन्होंने ये छड दी और वो स्वयं अपनी प्रैक्टिस शुरू कर दी. वे काफी समय तक कटक महापालिका में कार्य भी किया. बंगाल विधानसभा के सदस्य भी रहे थे. उन्हें अंग्रेज़ हुकूमत ने उन्हें रायबहादुर का खिताब दिया था.
जानकीनाथ बोस की बेटे बेटियां मिलकर चौदह संताने थी जिसमे आठ पुत्र छ पुत्रिया थी सुभाष चन्द्र बोस नौवीं सन्तान पुत्रो में पाँचवें थे.
शिक्षा
नेता जी की शिक्षा की शुरुआत कटक के प्रोटेस्टेण्ट यूरोपियन स्कूल से हुयी और वही से प्राइमरी की शिक्षा ली और उसके बाद रेवेनशा कॉलेजियेट स्कूल 1909 में प्रवेश लिया. 1915 में इण्टरमीडियेट की परीक्षा के दौरान उनकी तबियत ख़राब हो अजने की वजह से परीक्षा में द्वितीय श्रेणी में पास हुए.
1916 में जब वे दर्शनशास्त्र (ऑनर्स) में बीए के छात्र थे तब किसी बात को लेकर प्रेसीडेंसी कॉलेज के अध्यापकों और छात्रों के बीच झगड़ा हो गया. और इसी झगड़े को मुखिया बन कर इसका नेतृत्व किया इसी को लेकर कालेज से नेता जी को बाहर कर दिया गया और साथ में सजा के तोर पर उन्हें परीक्षा देने पर प्रतिबन्ध भी लगा दिया...
और उसके बाद नेता जी ने 49वीं बंगाल रेजीमेण्ट में भर्ती होने के लिए जी तोड़ मेहनत की और उन्होंने परीक्षा दी लेकिन उनका भाग्य साथ ना दिया उनकी आंखे कमजोर होने के कारण सेना के लिये अयोग्य घोषित कर दिया. उदास मन से उन्होंने स्कॉटिश चर्च कॉलेज में प्रवेश लिया लेकिन पढाई में मन कैसे लगता उनका मन तो सेना में भारती होने का था. और अपने खाली पड़े समय का सदुपयोग करते हुए टेरीटोरियल आर्मी की परीक्षा दी और फोर्ट विलियम सेनालय में रँगरूट के रूप में प्रवेश पा गये.
उसके बाद उन्होंने पढाई भी जरी राखी और 1919 में बीए (ऑनर्स) की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया. और साथ ही कलकत्ता विश्वविद्यालय में उनका दूसरा स्थान आया...
नेता जी के पिता जी की इक्षा थी की कि सुभाष आईसीएस बनें पिता ने जब ये इक्षा जाहिर की तो नेता जी ने १ दिन का समय माँगा क्युकी वे जानते थे की ये अरक्ष केवल एक ही बार दी जा सकती हैं. इस लिए सोच समझ कर ही निर्णय लेना था. सारी रात सोचने के बाद आखिरी निर्णय ले ही लिया और परीक्षा की तयारी के लिए 15 सितम्बर 1919 को इंग्लैण्ड चले गये. दुर्भाग्य ये निकला की लन्दन के किसी स्कूल में उनको दाखिला ना मिला अंततः किट्स विलियम हाल में उन्हें मानसिक एवं नैतिक विज्ञान की ट्राइपास (ऑनर्स) की परीक्षा की तयारी करने के लिए प्रवेश मिल गया.. ये दाखिला तो मात्र दिखावा था असली मकसद तो नेता जी का था आईसीएस की तयारी करना और पास होकर दिखाना.. और आखिरी में ये परीक्षा उन्होंने 1920 में वरीयता सूची में चौथा स्थान प्राप्त करते हुए पास कर ली..
पास होने के बाद नेता जी ने अपने बड़े भाई से पात्र के माध्यम से राय मांगी की क्या किया जाए अब. लेकिन उनके मन में तो कुछ और ही था वो अंग्रेजों की गुलामी कतई पसंद ना थी और वो कभी नहीं चाहते थे की आईसीएस बनकर वह अंग्रेजों की गुलामी करे.. क्युकी उनके नस नस में तो स्वामी विवेकानन्द और महर्षि अरविन्द घोष के आदर्शों का वास हो चूका था.. जून 1921 में मानसिक एवं नैतिक विज्ञान में ट्राइपास (ऑनर्स) की डिग्री के साथ नेता जी भारत वापस लौट आये...
स्वतन्त्रता संग्राम में प्रवेश और कार्य
अंग्रेजों के द्वारा हो रहे भारत में भारतीयों पर अत्याचार उनसे सहन नहीं हो रहा था तो ब्रिटिश हुकूमत से बदला लेने का ठाना और इंग्लैंड से पत्र के माध्यम से कोलकाता के स्वतन्त्रता सेनानी देशबंधु चित्तरंजन दास से साथ काम करने की इच्छा ज़ाहिर की और नेता जी भारत वापस आ गए. रवींद्रनाथ ठाकुर की सलाह के अनुसार सर्वप्रथम मुम्बई गये और महात्मा गांधी से मिले. और मुम्बई में 20 जुलाई 1921 को गाँधी जी और सुभाष जी के बीच पहली मुलाकात और वार्ता हुई.. उस वार्ता में गाँधी जी ने सलाह दी की वापस कोलकाता जाकर दासबाबू के साथ काम करे. और उसी के बाद वापस कोलकाता आ गए.
बताते चले की उन दिनों अंग्रेज़ सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन चला रखा था। दासबाबू इस आन्दोलन का बंगाल में नेतृत्व कर रहे थे। उनके साथ सुभाष इस आन्दोलन में सहभागी हो गये.. और इसी तरह सुभाष चन्द्र देश के एक महत्वपूर्ण युवा नेता बन गये.
एक झलक
1 सुभास चंद्र बोस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारियो में एक थे,
2 1921 में सुभाषचंद्र बोस सबसे पहले आय.सी.एस. अधिकारी थे, जिम्होने पद को त्याग करके राष्ट्रीय स्वतन्त्रता के आंदोलन में कूदे.
3 नेता जी को चित्तरंजन दास ने 1924 में कोलकत्ता महानगर पालिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में चुना था. लेकिन अंग्रेज सरकार ने क्रांतीकारोयों के साथ सम्बन्ध होने का इलज़ाम लगा कर उन्हें गिफ्तार करके मंडाले के जेल में भेज दिया..
4 कॉंग्रेस के महासचिव के रूप में सुभाषचंद्र बोस और पंडित जवाहरलाल नेहरू को चुना गया जिसके कारन इन दोनों नेताओ का आत्मबल और बढ़ा..
5 1938 में हरिपुरा कॉंग्रेस अधिवेशन के अध्यक्ष बने.
6 1939 में अपने पद से इस्तीफा दे के फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापन की
7 द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये मोर्चा खोला और जापान के सहयोग से उन्होंने आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था.
दोस्तों आगे की जानकारी अगले आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी और अधिक जानने के लिए wikipedia की लिंक पर क्लिक करे....
आईये दोस्तों जानते हैं नेताजी सुभाषचंद्र बोस द्वारा कही गयी बातो को इस आर्टिकल के माध्यम से
तुम मुझे खून दो ,मैं तुम्हें आजादी दूंगा.. |
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Tum Mujhe Khun Do , Me Tumhe Ajadi Dunga... |
45 Famous Quotes by Subhas Chandra Bose
मुझमे जन्मजात प्रतिभा तो नहीं थी,
परन्तु कठोर परिश्रम से बचने की प्रवृति मुझमे कभी नहीं रही...
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Mujhme Janmjat Pratibha To Nahi Thi, Prantu Kathor Prisram Se Bachne Ki Pravrati Mujme Kabhi Nahi Rahi.... |
Famous 45 "Quotes By Subhas Chandra Bose" In Hindi
इतना तो आप भी मानेंगे, एक न एक दिन तो मैं जेल से अवश्य मुक्त हो जाऊँगा,
क्योंकि प्रत्येक दुःख का अंत होना अवश्यम्भावी है ...
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Itna To Aap Bhi Manege Ek Na Ek Din To Me Jel Se Avasy Mukt Ho Jaunga, Kyuki Pratek Dukh Ka Ant Hona Avshymbhavi Hai.... |
Subhas Chandra Bose Best Quotes In Hindi
असफलताएं कभी कभी सफलता की स्तम्भ होती हैं.. |
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Asfltayen Kabhi Kabhi Saflta Ki Istmbh Hoti Hai.. |
"नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी"
हमारी राह भले ही भयानक और पथरीली हो,
हमारी यात्रा चाहे कितनी भी कष्टदायक हो,
फिर भी हमें आगे बढ़ना ही है..
सफलता का दिन दूर हो सकता है, पर उसका आना अनिवार्य है....
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Hamari Rah Bhle Hi Bhyanak Aur Pathrele Ho, Hamari Yatra Chahe KItne Bhi Kastdayak Ho, Fir Bhi Humen Aaghe Badna Hi Hai, Saflta Ka Din Dur Ho Sakta Hai Par Uska Aana Anivarya Hai.. |
Famous 45 Quotes By Subhas Chandra Bose In Hindi
मेरे मन में कोई संदेह नहीं है,
कि हमारे देश की प्रमुख समस्यायों
जैसे गरीबी ,अशिक्षा , बीमारी , कुशल उत्पादन एवं वितरण का समाधान,
सिर्फ समाजवादी तरीके से ही की जा सकती है .....
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Mere Man Me Koi Sandeh Nahi Hai, Ki Humare Desh Ki Pramukh Samsyayon, Jese Gribi, Asichha, Bimari, Kushal Utpadan Avam Vitran Ka Samadhan, Sirf Samajvadi Tarike Se Hi Ki Ja Shakti Hai...... |
45 Famous Quotes by Subhas Chandra Bose
आज हमारे अन्दर बस एक ही इच्छा होनी चाहिए,
मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके..
एक शहीद की मौत मरने की इच्छा,
ताकि स्वतंत्रता का मार्ग शहीदों के खून से प्रशश्त हो सके...
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Aaj Humare Ander Bas Ek Hi Icha Honi Chahiye, Marne KI Icha Taki Bharat Ji Sake, Ek Shaid Ki Maut Marne Ki Icha, Taki Svatanrta Ka Marg Shahidon Ke Khun Se Prasasat Ho Sake... |
ये हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी स्वतंत्रता का मोल अपने खून से चुकाएं.
हमें अपने बलिदान और परिश्रम से जो आज़ादी मिलेगी,
हमारे अन्दर उसकी रक्षा करने की ताकत होनी चाहिए...
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Ye Hamara Kartvy Hai Ki Hum Apni Svatantrta Ka Mol Apne Khun Se Chukayn, Humen Apne Balidan Aur Parisram Se Jo Azadi Milegi, Humre Ander Uski Raksha Karne Ki Takat Honi Chahiye... |
45 Famous Quotes by Subhas Chandra Bose
मैं संकट एवं विपदाओं से भयभीत नहीं होता.
संकटपूर्ण दिन आने पर भी मैं भागूँगा नहीं,
वरन आगे बढकर कष्टों को सहन करूँगा .....
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Me Sankat Avam Vipdaaon Se Bhybhet Nahi Hota, Sankatpurn Din Aane Par Bhi Me Bhaghunga Nahi, Varan Aage Badkar Kaston Ko Shan Krunga.... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के 45 अनमोल वचन और विचार
मुझे यह नहीं मालूम की,
स्वतंत्रता के इस युद्ध में हममे से कौन कौन जीवित बचेंगे.
परन्तु में यह जानता हूँ, अंत में विजय हमारी ही होगी....
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Mujhe Yah Nahi Malum Ki, Svatanrta Ki Is Yudh Me Humme Se Kon Kon Jivet Bachege, Parantu Me Yah Janta Hun Ant Me Vijay Humari Hogi..... |
Famous 45 Quotes By Subhas Chandra Bose In Hindi
संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया,
मुझमे आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ ,जो पहले नहीं था....
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Sangras Ne Mujhe Manusy Banaya, Mujme Atmvishvas Utpann Huwa Jo Phale Nahi Tha... |
Subhas Chandra Bose Best Quotes In Hindi
कष्टों का निसंदेह एक आंतरिक नैतिक मूल्य होता है...
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Kasthon Ka NiSandeh Ek Antrik Netik Muly Hota Hai ....... |
राष्ट्रवाद मानव जाति के,
उच्चतम आदर्श सत्य, शिव और सुन्दर से प्रेरित है...
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Rastrvad Manav jati Ke, Ucchatam Adarsh Saty Shiv Aur Sundar Se Prerit Hai.... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी
"मध्या भावे गुडं दद्यात"
अर्थात जहाँ शहद का अभाव हो वहां गुड से ही शहद का कार्य निकालना चाहिए
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"Madhya Bhave Gud Dghat" Arthat Jahan Shahad KaAbhav Ho Vahan Gud Se Hi Shahad Ka Kary Nikalna Chahiye........ |
समझोतापरस्ती बड़ी अपवित्र वस्तु है.. |
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Samjhotaparsti Badi Apvitra Vastu Hai... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी
श्रद्धा की कमी ही सारे कष्टों और दुखों की जड़ है.. |
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Srdhaa Ki Kami HI Sare Kashton Aur Dhukon Ko Jad Hai... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के 45 अनमोल वचन और विचार
अगर संघर्ष न रहे, किसी भी भय का सामना न करना पड़,
तब जीवन का आधा स्वाद ही समाप्त हो जाता है...
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Agar Sanghrsh Na Rahe Kisi Bhi Bhy Ka Samna Na Karna Pad, Tab Jivan Ka Aadha Svadh Hi Samapt Ho Jata Hai.... |
Subhas Chandra Bose Best Quotes In Hindi
यदि आपको अस्थायी रूप से झुकना पड़े,
त ब वीरों की भांति झुकना...
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Yadhi Aap Asthaye Rup Se Jhukna Pade, Tab Veeron Ki Bhanti Ghukna.... |
जीवन में प्रगति का आशय यह है की शंका संदेह उठते रहें,
और उनके समाधान के प्रयास का क्रम चलता रहे...
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Jivan Me Pragti Ka Ashy Yah Hai Ki Shanka Sandeh Uthte Rahen, Aur Unke Samadhan Ke Pryash Ka Kram Chalta Rahe... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के अनमोल विचार
सुबह से पहले अँधेरी घडी अवश्य आती है,
बहादुर बनो और संघर्ष जारी रखो, क्योंकि स्वतंत्रता निकट है...
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Subha Se Phale Andheri Ghadi Avshy Aati Hai, Bhadur Bano Aur Sanghrsh Jari Rakho Kyuki Svatantrta NIkat Hai... |
कर्म के बंधन को तोडना बहुत कठिन कार्य है..
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Karm Ke Bandhan Ko Todna Bhaut Kathin Kary Hai... |
Famous 45 Quotes By Subhas Chandra Bose In Hindi
भावना के बिना चिंतन असंभव है,
यदि हमारे पास केवल भावना की पूंजी है तो चिंतन कभी भी फलदायक नहीं हो सकता.
बहुत सारे लोग आवश्यकता से अधिक भावुक होते हैं, परन्तु वह कुछ सोचना नहीं चाहते ...
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Bhavna Ke Bina Chintan Asambhav Hai, Yadi Humare Pas Keval Bhavna Ki Punji Hai To Chintan Kabhi Bhi Faldayak Nahi Ho Sakta, Bhaut Sare Log Avashyakta Se Adhik Bhavok Hote Hai Parntu Wah Kuch Sochna Nahi Chate..... |
एक सच्चे सैनिक को,
सैन्य और आध्यात्मिक दोनों ही प्रशिक्षण की ज़रुरत होती है....
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Ek Sacche Sanik Ko, Senya Aur Adhyatmik Dono Hi Praschin Ki Jarurat Hoti Hai... |
Subhas Chandra Bose Best Quotes In Hindi
परीक्षा का समय निकट देख कर हम बहुत घबराते हैं.
लेकिन एक बार भी यह नहीं सोचते की जीवन का प्रत्येक पल परीक्षा का है,
यह परीक्षा ईश्वर और धर्म के प्रति है ! स्कूल की परीक्षा तो दो दिन की है,
परन्तु जीवन की परीक्षा तो अनंत काल के लिए देनी होगी..
उसका फल हमें जन्म-जन्मान्तर तक भोगना पड़ेगा....
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Paricha ka Samay Nikat Dekh kar Hum Bhaut Ghabrate Hai, Lakin Ek Bar Bhi Yah Nahi Sochte Ki Jivan Ka Pratek Pal Paricha Ka Hai, Yah paricha Ishvar Aur Dharm Ke parti Hai School Ki Paricha To Do Din KI Hai, Parantu Jivan Ki paricha To Anant Kal Ke Liye Deni Hogi, Uska fal Humen Janm Jnmantar Tak Bhogna Padega... |
समय से पूर्व की परिपक्वता अच्छी नहीं होती,
चाहे वह किसी वृक्ष की हो,
या व्यक्ति की और उसकी हानि आगे चल कर भुगतनी ही होती है...
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Samay Se Purv Ki Paripakvta Acchi Nahi Hoti , Chahe Wah Kishi Vrach KI ho, Ya Vykit Ki Aur Uski Hani Aage Chal Kar Bhugatni Hi Hoti Hai.. |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी
हमें केवल कार्य करने का अधिकार है,
कर्म ही हमारा कर्तव्य है.
कर्म के फल का स्वामी वह (भगवान ) है, हम नहीं...
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Aap Kaa Kaam |
याद रखें अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना,
सबसे बड़ा अपराध है ..
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Yad Rakhe Anyay Shana Aur Glat Ke Sath Sanjhota Karna, Sabse Bada Apradh Hai... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के 45 अनमोल वचन और विचार
मैंने अमूल्य जीवन का इतना समय व्यर्थ ही नष्ट कर दिया,
यह सोच कर बहुत ही दुःख होता है.
कभी कभी यह पीड़ा असह्य हो उठती है,
मनुष्य जीवन पाकर भी जीवन का अर्थ समझ में नहीं आया.
यदि मैं अपनी मंजिल पर नहीं पहुँच पाया, तो यह जीवन व्यर्थ है,
इसकी क्या सार्थकता है ?
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Mene Amuly JIvan Ka Itna Samay Vyrth HI Nast Kar Diya, Yah Soch Kar Bhaut Hi Dukh Hota Hai, Kabhi Kabhi Yah Pida Ashaha ho Uthti Hai, Manushy Jivan Pakar Bhi Jivan ka Arth Samajh Me Nahi Aaya, Yadi Me Apni Manjil Par Nahi Phunch Paya To Yah Jiva Vyrth Hai, Ishki Kya Sarthkta Hai? |
जिस व्यक्ति में सनक नहीं होती, वह कभी भी महान नहीं बन सकता,
परन्तु सभी पागल व्यक्ति महान नहीं बन जाते,
क्योंकि सभी पागल व्यक्ति प्रतिभाशाली नहीं होते. आखिर क्यों ?
कारण यह है की केवल पागलपन ही काफी नहीं है.
इसके अतिरिक्त कुछ और भी आवश्यक है....
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Jish Vykit Me Sanak nahi Hoti Wah Kabhi Bhi Mahan Nahi Ban Sakta, Prantu Sabhi Pagal Vykit Mahan Nahi Ban Jate, Kyuki Sabhi Pagal Vykit Pratibhashali Nahi Hote Aakhir Kyun? Karan Yah Hai Ki Keval Pagalpan Hi Kafi Nahi HAi, Iske Atirikit Kuch Aur Bhi Avashyak Hai... |
Famous 45 Quotes By Subhas Chandra Bose In Hindi
एक सैनिक के रूप में आपको हमेशा तीन आदर्शों को संजोना और उन पर जीना होगा,
निष्ठा कर्तव्य और बलिदान.
जो सिपाही हमेशा अपने देश के प्रति वफादार रहता है,
जो हमेशा अपना जीवन बलिदान करने को तैयार रहता है, वो अजेय है.
अगर तुम भी अजेय बनना चाहते हो तो इन तीन आदर्शों को अपने ह्रदय में समाहित कर लो..
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Ek Senick Ke Rup Me Aapko Hamesha Ten Adeshon Ko Sanjona Aur Un Par Jina Goga, Nistha Kartavy Aur Balidan , Jo Sipahi Hamesha Apne Desh Ke Prati Vafadar Rahta hai, Jo Hamesha Apna Jivan Balidan Karne Ko Tayar Rahta hai Vo Ajey hai, Agar Tum Bhi Ajey Banna Chate Ho To In Ten Adershon Apne hardy Me Samahit Kar Lo.... |
स्वामी विवेकानंद का यह कथन बिलकुल सत्य है ,
यदि तुम्हारे पास लोह शिराएं हैं और कुशाग्र बुद्धि है ,तो तुम सारे विश्व को अपने चरणों में झुक सकते हो...
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Svaami Vivekanand Ka Yah Kathan Bilkul Saty Hai, Yadi Aap Ke Pas Loh Shiay Hai Aur Kushagra Buddhi Hai, To Tum Sare Vishv Ko Apne Charno Me Jhuk Sakte Ho... |
में जीवन की अनिश्चितता से जरा भी नहीं घबराता...
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Me Jivan Ki Anishitta Se Jara Bhi Nahi Ghabrata... |
अपने कॉलेज जीवन की देहलीज पर खड़े होकर मुझे अनुभव हुआ,
जीवन का कोई अर्थ और उद्देश्य है...
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Apne Kalej JIvan Ki Dehlij Par Khade Hokar Mujhe Anubhav Huwa, Jivan Ka Koi Arth Aur Uddesh Hai.... |
Subhas Chandra Bose Best Quotes In Hindi
हम संघर्षों और उनके समाधानों द्वारा ही आगे बढ़ते हैं.. |
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Hm Sanghrsho Aur Unke Samadhano Dvara Hi Aaghe Badhte Hai... |
Famous 45 Quotes By Subhas Chandra Bose In Hindi
चरित्र निर्माण ही छात्रों का मुख्य कर्तव्य है.. |
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Charitra Nirman Hi Chatro Ka Mukhy Kartvy Hai.... |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के 45 अनमोल वचन और विचार
मेरी सारी की सारी भावनाएं मृतप्राय हो चुकी हैं,
और एक भयानक कठोरता मुझे कसती जा रही है....
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Meri Sari Ki Sari Bhavnayn Martpry ho Chuki Hai, Aur Ek Bhyanak Kathorta Mujhe Kasti Ja Rahi Hai.... |
45 Famous Quotes by Subhas Chandra Bose
मुझे जीवन में एक निश्चित लक्ष्य को पूरा करना है.
मेरा जन्म उसी के लिए हुआ है. मुझे नेतिक विचारों की धारा में नहीं बहना है...
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Mujhe Jivan Me Ek Nischit Lakshy ko pura Karna Hai, Mera Janm Ushi Ke Liye Huwa hai Mujhe Netik Vicharo Ki Dhara Me Nahi Bhana Hai.... |
निसंदेह बचपन और युवावस्था में, पवित्रता और संयम अति आवश्यक है... |
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Nisandeh Bachpan Aur Yuwavastha Me, Pavitrata Aur Sayam Ati Aavshyak Hai..... |
मैंने जीवन में कभी भी खुशामद नहीं की है,
दूसरों को अच्छी लगने वाली बातें करना मुझे नहीं आता....
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Mene Jivan Me Kabhi Bhi Khusamad nahi Ki Hai, Dusro ko Acche Lagne Vali Baten Karna Mujhe Nahi Aata.... |
मैंने अपने छोटे से जीवन का बहुत सारा, समय व्यर्थ में ही खो दिया है.. |
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Mene Apne Chote Se Jivan Ka Bhaut Sara Samay Vyrth Me Kho Diya Hai.... |
भविष्य अब भी मेरे हाथ में है.. |
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Bhvishy Ab Bhi Mere hath Me Hai.. |
मेरे जीवन के अनुभवों में एक यह भी है,
मुझे आशा है की कोई-न-कोई किरण उबार लेती है और जीवन से दूर भटकने नहीं देती...
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Mere Jivan Ke Anubhavon Me Ek Yah Bhi Hai, Mujhe Asha Hai Ki Koi Na Koi Kiran Ubhar Lete Hai Aur Jivan Se Dur Bhtkne Nahi Deti.... |
हमें अधीर नहीं होना चहिये, न ही यह आशा करनी चाहिए,
की जिस प्रश्न का उत्तर खोजने में न जाने कितने ही लोगों ने अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया,
उसका उत्तर हमें एक-दो दिन में प्राप्त हो जाएगा....
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Hamen Adher Nahi Hona Chahiye N Hi Yah Asha Karni Chahiye, Ki Jish Prsn Ka Uttar Khojne Me Na Jane Kitne Hi logon Ne Apna Sampurn jivan Samrpit Kar Diya........ |
मैं चाहता हूँ चरित्र ,ज्ञान और कार्य
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Ne Chata Hun Charitra Gyan Aur Kary .... |
व्यर्थ की बातों में समय खोना मुझे जरा भी अच्छा नहीं लगता.. |
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Vyarth Baton Me Samay Khona Mujhe Jara Bhi Accha Nahi lagta.... |
Note: दोस्तों बहुत सावधानी बरतने के बावजूद यदि ऊपर दिए गए किसी भी वाक्य या Quote में आपको कोई त्रुटि मिले तो कृपया हमें क्षमा करें और comments के माध्यम से अवगत कराएं ताकि उन त्रुटियों को सुधार सके हम. आशा हैं की आप हमारा साथ देंगे धन्यवाद
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